Sunday 12 May 2013

फेसबुक और ट्विटर पर हुआ पाक चुनाव


मिश्र का तहरीर चौक हो या गद्दाफी के खिलाफ जनआक्रोश, अन्ना की क्रांति हो या फिर पाकिस्तान सरकार को थर्राने वाले मौलवी ताहीर-उल-कादरी का आंदोलन, इन सब में एक बात जो सामान्य है वो यह है कि इन सभी गतिविधियों को गति देने का काम किया सोशल मीडिया ने जी हां वही सोशल मीडिया जिसे हम फेसबुक, ट्विटर, ब्लॉग आदि नामों से जानते हैं। लेकिन इस बार ट्विटर और फेसबुक पाकिस्तान में हुए चुनाव के लिए प्रचार मंच भी बना जहां से अलग-अलग राजनीतिक दलों ने वोटरों को रिझाने के लिए फेसबुक पर स्टेटस और ट्विटर पर कई ट्वीट किए। चुनाव प्रचार में सोशल मीडिया का यह जुनून सर चढ़कर ऐसा बोला कि प्रचार का यह सिलसिला मतदान के दिन भी जारी रहा। पूर्व क्रिकेटर इमरान ख़ान की पाकिस्तान तहरीके-इंसाफ़ ट्विटर और फ़ेसबुक पर सबसे अधिक सक्रिय नज़र आई। इतना ही नहीं पार्टी ने वोटरों के वीडियो और तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर भी किया है। पार्टी के एक ट्विट में कहा गया: "हज़ार मुसीबतें सही, लाखों परेशानियां सही मगर ले लो आज अपनी तक़दीर अपने हाथ में." इस बीच नवाज़ शरीफ़ के पाकिस्तान मुस्लिम लीग के 'आधिकारिक' फ़ेसबुक पेज पर एक संदेश कुछ यूं आया: "मेरे दोस्त ये निर्णायक क्षण है... मुल्क की क़िस्मत आज आपके हाथ में है.. !! मेरे शेरों (शेर पीएमएल (एन) का चुनाव निशान है) अपने घरों से बाहर आओ और पीएमएल (एन) को वोट करें ... पाकिस्तान को अपना मत दें! एसएस."
इससे एक बात तो साफ होती है कि भले ही पाकिस्तान में सोशल मीडिया को लेकर कितनी भी आलोचनाएं हो लेकिन उन सभी आलोचनाओं के बीच फेसबुक और ट्विटर के माध्यम से सोशल मीडिया ने अपनी महत्ता को कम नहीं होने दिया है जिसका असर शायद पाकिस्तान चुनावों के परिणामों पर भी दिखाई दे रहा है।




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